शुक्रवार, 27 नवंबर 2009

संवाददाता बंधु, जरा इस पुरानी खबर को ध्यान से पढिए और मेरी टिप्पणी भी ।

दैनिक जागरण (औरंगाबाद संस्करण)

सड़क निर्माण : जनता की शिकायतों को जांच एजेंसी ने बताया गलत

Nov 27, 07:38 pm


दाउदनगर (औरंगाबाद) ठाकुर बिगहा कनाप सड़क इसी महीने बन कर तैयार हो जाएगी। लगभग दो करोड़ रूपये से बनने वाली दस किमी लंबी यह सड़क गत दिनों गुणवत्ता की शिकायत को ले ग्रामीणों द्वारा तोडे़ जाने के बाद चर्चा में आयी थी। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्माणधीन इस सड़क की गुणवत्ता पर ग्रामीणों ने सवाल उठाया था। कई सक्षम संस्थानों को जांच के लिए लिखा गया था। निर्मात्री एजेंसी इरकान ने इसे बनाने का ठेका लोकल एजेंसी को दे रखा है। ठेकेदार कौशल किशोर सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि केन्द्रीय जांच कमिटी ने जांच के बाद ग्रामीणों के आरोप को खारिज कर दिया है। तीस सदस्यीय कमेटि ने जांच किया था अब प्रशासनिक देखरेख में इस सड़क का निर्माण हो रहा है। गुणवत्ता नियंत्रण और इरकान वाले भी तैनात रहते हैं। श्री सिंह ने दावा किया कि एक ग्रामीण पैसे की मांग को लेकर डटा था, नहीं देने पर उसने तमाम जगहों पर शिकायत की, जबकि काम गुणवत्ता पूर्ण कराया जा रहा था। जांच कमेटी ने पचास-पचास फीट पर सड़क खोदकर जांच किया। दूसरी ओर जांच रिपोर्ट से ग्रामीण संतुष्ट नहीं है।

मेरी टिप्पणी-
सबसे पहले तो मैं बता दूँ, कि जिस ग्रामीण पर पैसे माँगने का आरोप लगाया गया वह मैं ही हूँ । वास्तव में मैंने तमाम जगहों पर शिकायत पहुँचाई पर उसका एकमात्र उद्देश्य प्राक्कलन के अनुसार काम करवाना था । और मैं इसमें सफल रहा । दैनिक जागरण के संवाददाता भी इस मामले में अच्छी रिपोर्टिंग नहीं किए । कोई चुटका पर लिखकर कुछ दे दे और उसको आप खबर बना दें, यह जिम्मेवार संवाददाता का काम नहीं । आपको यह ध्यान में रखना चाहिए कि अखबारों की पहुँच घर-घर में होती है और उसके आधार पर लोग एक धारणा बना लेते हैं । आपकी खबरों को लोग सही समझ कर पढ़ते है । सबसे पहले तो इसका प्राक्कलन लगभग दो करोड़ नहीं बल्कि आठ करोड़ बाईस लाख रुपये थी । फिर ग्रामीण विकास मंत्रालय से जो लेटर मेरे पास आया है उसमें तो यह लिखा गया है कि शिकायत पर जब जाँच हुई तो घटिया स्तर के मैटेरियल के उपयोग की बात सामने आयी । इतना ही नहीं उन्होने संबंधित एजेंसी को तुरंत निवारक कार्रवाई करने हेतु स्पष्ट निर्देश भी दिया है । कोई भी व्यक्ति चाहें तो वह लेटर मुझसे संपर्क कर देख सकते हैं । रही बात पैसे माँगने के आरोप के बारे में तो मैं यह महसूस कर रहा हूँ कि जहाँ भी मैं गलत कार्यों का विरोध कर रहा हूँ, चट से लेवी माँगने, रंगदारी माँगने, पैसे छिनने इत्यादि का आरोप लगा कर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दे दिया जाता है । पत्रकार महोदय आप पर देश की भविष्य टिकी है, कम से कम आप तो वास्तविकताओं से अवगत होकर खबर प्रकाशित करें । मैं आपसे अपनी छवि बनाने हेतु यह नहीं कह रहा, अगर मैं इसकी चिन्ता करने लगा तो शायद कुछ न कर पाऊँ । बल्कि इसलिए कह रहा हूँ कि ऐसी खबरों से भ्रष्टाचारियों को बल मिलता है और बाकि लोग विरोध करने से कतराते हैं ।

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