शनिवार, 22 नवंबर 2008

ताकि दोनों का हाजमा बिगड़ने से बचा रहे।

हर आदमी हर चीज नहीं पचा सकता। नित्य रूखा-सूखा खाने वाले को यदि किसी दिन भरपेट दूध-मलाई खिला दी जाये अथवा घी-दूध खाने वाले को कुछ दिन रूखा-सूखा खिलाया जाये तो दोनों की पाचन-क्रिया बिगड़ जायेगी। संभवत: इसीलिए हमारे नेता चाहते हैं कि रूखा-सूखा खाने वाली जनता रूखा-सूखा खाती रहे तथा घी-दूध का सेवन करने वाले नेताओं और उच्च अधिकारियों के बेटे-पोते दूध मलाई खाते रहें ताकि दोनों का हाजमा बिगड़ने से बचा रहे।

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